Tarakeshwar Nath Temple : राजस्थान की राजधानीजयपुर में भगवान शिव जी अलौकिक शृंगार, 11 लाख 21 हज़ार से किया गया श्रृंगार किया दया है. जयपुर के प्रसिद्ध तारकेश्वर नाथ मंदिर की संध्या झांकी ,भक्तों ने 11 लाख 21 हजार रुपए से सजाया बाबा का दरबार. जयपुर बसने से पूर्व का है तारकेश्वर मंदिर, 300 साल पुराना इतिहास दूर-दूर से लोग आते हैं तारकेश्वर मंदिर में बाबा के दर्शन के लिए आते हैं. यहाँ पर ऐसा माना जाता है कि जिस स्थान पर यह मंदिर बना हुआ हैं, वहां भोलेनाथ खुद प्रकट हुए थे.
खास बात यह है कि प्राचीन समय में यहां रोजाना एक गाय आकर खड़ी हो जाती थी और उसके थन से अपने आप दूध निकल कर बहने लगता था. जब लोगों ने उस जगह की खुदाई की तो जमीन के अंदर से शिवलिंग निकला. इस मंदिर में हर मनोकामना पूरी होती. कहा जाता है कि जब किसी भक्त की मनोकामना पूरी हो जाती है तो वह यहां वापस आकर 51 किलो दूध-घी से जलेहरी भरता है. यह मंदिर जयपुर के चौड़े रास्ते में स्थित है.