RBI Governor : आरबीआई के 26वें गवर्नर के रूप में संजय मल्होत्रा ने बुधवार को अपना कार्यभार संभाल लिया. उनका कार्यकाल तीन साल के लिए निर्धारित है जिसमें वे मौद्रिक नीति, वित्तीय विनियमन और देश में आर्थिक स्थिरता बनाए रखने जैसे जरूरी कार्यों का नेतृत्व करेंगे.
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया, “संजय मल्होत्रा 11 दिसंबर, 2024 से अगले तीन वर्षों तक आरबीआई के गवर्नर के रूप में कार्य करेंगे.”
संजय मल्होत्रा जो एक वरिष्ठ नौकरशाह और आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ हैं, अपनी नई भूमिका में गहन अनुभव और ज्ञान लेकर आए हैं. वे शक्तिकांत दास का स्थान ले रहे हैं, जिन्होंने दिसंबर 2018 से आरबीआई गवर्नर के रूप में कार्य किया और कोविड-19 महामारी सहित विभिन्न चुनौतियों के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था का नेतृत्व किया.
आरबीआई प्रमुख के रूप में, संजय मल्होत्रा से मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने आर्थिक विकास को प्रोत्साहन देने और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच वित्तीय क्षेत्र की स्थिरता बनाए रखने पर विशेष ध्यान देने की उम्मीद की जा रही है.
संजय मल्होत्रा, 1990 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग स्नातक और प्रिंसटन विश्वविद्यालय अमेरिका से सार्वजनिक नीति में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है.
अपने 33 वर्षों से अधिक के करियर में उन्होंने बिजली, वित्त, कराधान, सूचना प्रौद्योगिकी और खनन जैसे क्षेत्रों में नेतृत्व और दक्षता का प्रदर्शन किया है. वित्त और कराधान में उनके पास राज्य और केंद्र सरकार दोनों स्तरों पर व्यापक अनुभव है. उन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों के लिए कर नीति निर्माण में भी अहम योगदान दिया है.
पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल 10 दिसंबर को समाप्त हुआ, जिसमें उन्होंने छह वर्षों तक आरबीआई का नेतृत्व किया.
नए गवर्नर के लिए, विकास और मुद्रास्फीति के बीच संतुलन बनाना और भारतीय अर्थव्यवस्था को स्थिरता की ओर ले जाना सबसे बड़ी चुनौती है.