Jammu and Kashmir : रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. इसमें अमरनाथ की आगामी वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था और हाल के आतंकवादी हमलों के मद्देनजर जम्मू श्रेत्र में मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई. छह घंटे तक चली मैराथन बैठक में गृह मंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को कश्मीर घाटी में पहले से लागू की गई सफल ‘एरिया डोमिनेशन प्लान’ और ‘जीरो टेरर प्लान’ को जम्मू संभाग में भी लागू करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि इनोवेटिव तरीकों से आतंकियों पर कार्यवई कर एक मिसाल बनाने के लिए मोदी सरकार कटिबद्व है.
गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर में मौजूदा सुरक्षा स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. शाह ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को मिशन मोड में काम करने और समन्वित तरीके से त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि हाल की घटनाएं दर्शाती हैं कि आतंकवाद अत्यधिक संगठित आतंकवादी हिंसा से सिमट कर महज छद्म युद्ध बन गया है. मामले से परिचित लोगों के हवाले से पीटीआई ने बताया कि आने वाले दिनों में सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज करने की उम्मीद है.
शाह की अध्यक्षता में हुई हाई-प्रोफाइल बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख मनोनीत लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, बीएसएफ के महानिदेशक नितिन अग्रवाल, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आरआर स्वैन और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए.
यह बैठक नॉर्थ ब्लॉक में हुई, जिसके ठीक तीन दिन बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी तरह की उच्चस्तरीय चर्चा की थी. प्रधानमंत्री ने तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए जानलेवा हमले समेत कई आतंकी घटनाओं के बाद अधिकारियों को “आतंकवाद-रोधी क्षमताओं के पूरे स्पेक्ट्रम” को तैनात करने का निर्देश दिया था.
पिछले सप्ताह चार दिनों के भीतर रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर आतंकवादियों ने हमला किया, जिसके परिणामस्वरूप नौ तीर्थयात्रियों और एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई और सात सुरक्षाकर्मी और कई नागरिक घायल हो गए. कठुआ जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी मारे गए.
9 जून को आतंकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से कटरा जा रहे तीर्थयात्रियों को ले जा रही 53 सीटों वाली बस पर गोलीबारी की. उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से तीर्थयात्रियों को ले जा रही यह बस गोलीबारी के बाद गहरी खाई में गिर गई, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए.
इसके बाद हुए हमलों में 11 जून की घटना शामिल है, जिसमें आतंकवादियों ने भद्रवाह के चत्तरगल्ला में राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की संयुक्त जांच चौकी पर गोलीबारी की थी. वहीं 12 जून को डोडा जिले के गंडोह क्षेत्र में एक तलाशी दल पर हमला किया था, जिसमें एक पुलिसकर्मी समेत 7 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे.