Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए बुरे सपने की तरह साबित हुए. 62 से घटकर 22 सीटों पर सिमटने वाली AAP को जनता ने पूरी तरह नकार दिया. पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक समेत आप के बड़े से बड़े नेता चुनाव हार गए. हालांकि, आतिशी सिंह ने अपनी सीट बचाकर AAP की लाज रख ली.
करीब 12 साल से आप सरकार ने दिल्ली की जनता ने सत्ता से विदाई कर दी है तो वहीं भाजपा की धमाकेदार एंट्री हुई है. यहां तक पिछले चुनाव में भाजपा को केवल 8 सीट मिली थी जो कि कांग्रेस को शुन्य तो वहीं इस बार भी आप को केवल 22 सीटों जीतने के आसार लग रहे हैं तो वहीं भाजपा नेता में खूब जीत गदगद मची है.
आप के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने कहा कि, “मैं बीजेपी के लोगों को बधाई देता हूं. पीएम मोदी और एचएम अमित शाह ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, सूक्ष्म स्तर पर प्रबंधन किया…13 साल पहले, भारत में राजनीतिक पुनर्जागरण की लहर आई, जहां से कुछ अच्छा हो सकता था, वह पूरा युद्ध, वह पूरा संघर्ष…पतन एक बेशर्म आदमी, एक आत्म-लीन, असुरक्षित व्यक्ति के कारण हुआ जिसने दुर्योधन की तरह काम किया. मेरा मानना है कि यह केवल पहली हार है.
यह हमारी गारंटी है, कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे; जीत पर बोले मोदी
दिल्ली में भाजपा की बहुमत पर पीएम मोदी ने कहा कि, जनशक्ति सर्वोपरि! विकास जीता, सुशासन जीता. दिल्ली के अपने सभी भाई-बहनों को भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाने के लिए मेरा वंदन और अभिनंदन! आपने जो भरपूर आशीर्वाद और स्नेह दिया है, उसके लिए आप सभी का हृदय से बहुत-बहुत आभार . आगे कहा कि, दिल्ली के चौतरफा विकास और यहां के लोगों का जीवन उत्तम बनाने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे, यह हमारी गारंटी है. इसके साथ ही हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि विकसित भारत के निर्माण में दिल्ली की अहम भूमिका हो.
केजरीवाल ने स्वीकार की हार, BJP को दी जीत की बधाई
आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘हम बड़ी विनम्रता के साथ लोगों के जनादेश को स्वीकार करते हैं. मैं इस जीत के लिए भाजपा को बधाई देता हूं और मुझे उम्मीद है कि वे उन सभी वादों को पूरा करेंगे जिनके लिए लोगों ने उन्हें वोट दिया है. हमने पिछले 10 वर्षों में स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बहुत काम किया है. हम न केवल रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे बल्कि लोगों के बीच रहेंगे और उनकी सेवा करना जारी रखेंगे.’