शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट को बड़ा झटका देते हुए, चुनाव आयोग ने मंगलवार को याचिकाकर्ता अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट के पक्ष में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में विवाद का निपटारा कर दिया है. अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुट को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का नाम और प्रतीक दिया है जिसका आगामी चुनावों पर असर पड़ेगा.
आयोग ने शरद पवार गुट को अपने नए राजनीतिक गठन के लिए एक नाम का दावा करने और आयोग को तीन प्राथमिकताएं प्रदान करने का एक बार का विकल्प प्रदान किया है. रियायत का उपयोग 7 फरवरी 2024 को दोपहर 3 बजे तक किया जाना है. छह महीने से अधिक समय तक चली 10 से अधिक सुनवाई के बाद यह निर्णय लिया गया.
पोल पैनल ने कहा कि निर्णय याचिका की स्थिरता के निर्धारित परीक्षणों के बाद लिया गया, जिसमें पार्टी संविधान के लक्ष्यों और उद्देश्यों का परीक्षण, पार्टी संविधान का परीक्षण और संगठनात्मक और विधायी दोनों बहुमत के परीक्षण शामिल थे.
शरद पवार और अजीत पवार के नेतृत्व वाले गुटों के बीच पिछले साल 1 जुलाई को शुरू हुई सुनवाई में याचिकाकर्ता के लिए मुकुल रोहतगी, नीरज किशन कौल और मनिंदर सिंह और प्रतिवादी की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी और देवदत्त कामत सहित दोनों पक्षों की मजबूत कानूनी टीमें देखी गईं.