Sayed Azeempeer Khadri On Religoin: कर्नाटक के कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक सैयद अजीमपीर खादरी का 11 नवंबर को दिया गया बयान काफी विवादों में घिर चुका है. खादरी ने शिगगांव विधानसभा उपचुनाव के सिलसिले में आयोजित एक रैली में दावा किया कि डॉ. बीआर अंबेडकर, जो भारतीय संविधान के निर्माता हैं, इस्लाम धर्म अपनाने के लिए तैयार थे. खादरी ने कहा कि अंबेडकर ने इस्लाम को अपनाने के लिए व्यापक तैयारी की थी, लेकिन अंततः उन्होंने बौद्ध धर्म को चुना.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सैयद अजीमपीर खादरी का बयान और भी विवादास्पद हो गया है, जब उन्होंने यह सुझाव दिया कि अगर डॉ. बीआर अंबेडकर ने इस्लाम धर्म अपनाया होता तो पूरा दलित समुदाय भी उनका अनुसरण करता. खादरी ने यह भी अनुमान लगाया कि यदि अंबेडकर ने इस्लाम स्वीकार किया होता, तो प्रमुख दलित हस्तियों के नाम भी बदल सकते थे.
उन्होंने उदाहरण के रूप में कई नामों का जिक्र किया. आरबी थिम्मापुर जैसे व्यक्ति रहीम खान बन सकते थे, डॉ. जी परमेश्वर ने पीर साहब नाम अपनाया हो सकता था,. एल हनुमंतय्या को हसन साहब के नाम से जाना जा सकता था, और मंजूनाथ थिम्मापुर ने बाबूसाहब नाम चुना हो सकता था.