बुधवार 5 जून को राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की अहम बैठक हुई. इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, भाजपा नेता अमित शाह, राजनाथ सिंह, जनता दल (यूनाइटेड) प्रमुख नीतीश कुमार, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) सुप्रीमो एन चंद्रबाबू नायडू, शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे, जनता दल (सेक्युलर) नेता एचडी कुमारस्वामी, जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) नेता प्रफुल्ल पटेल समेत भाजपा के सहयोगी दल शामिल हुए.
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए द्वारा सरकार गठन पर चर्चा हुई. नरेंद्र मोदी 8 जून को तीसरी बार शपथ लेंगे. एनडीए की बैठक में नायडू और नीतीश कुमार की भागीदारी एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि सरकार बनाने के लिए भाजपा के लिए उनकी पार्टियों का समर्थन महत्वपूर्ण है. इस बार भाजपा बहुमत के आंकड़े 272 से 32 सीटें पीछे रह गई और उसे सरकार बनाने के लिए अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना होगा.
भारत के चुनाव आयोग द्वारा मंगलवार को घोषित परिणामों के अनुसार, भाजपा ने 240 सीटें और कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं. भाजपा ने 2019 के आम चुनावों में 303 सीटें और 2014 के आम चुनावों में 282 सीटें जीती थीं. इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश के बाद बुधवार को 17वीं लोकसभा को भंग कर दिया.
राष्ट्रपति भवन की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में कहा गया, “राष्ट्रपति ने 5 जून, 2024 को मंत्रिमंडल की सलाह को स्वीकार कर लिया और संविधान के अनुच्छेद 85 के उप-खंड (2) द्वारा उन्हें प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 17वीं लोकसभा को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए.”
इससे पहले दिन में, पीएम मोदी ने अपने मंत्रिपरिषद के साथ राष्ट्रपति मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया. राष्ट्रपति ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया और अनुरोध किया कि प्रधानमंत्री और उनकी मंत्रिपरिषद नई सरकार के कार्यभार संभालने तक पद पर बने रहें.
इसके अलावा, विपक्षी गठबंधन, इंडिया ब्लॉक की बैठक बुधवार शाम को दिल्ली में बुलाई गई है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि गठबंधन के नेता चुनाव परिणामों और उसके बाद की रणनीति पर चर्चा करने के लिए बैठक करेंगे.