Mukhtar Ansari Death: आख़िर मिट्टी में मिल जाना है….माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कई कारनामों के अध्याय खत्म हो गए. अंत में मुख्तार को भी दफन करने की तैयारी शुरू कर दी गई है. उसने अपने जीवन में भले ही बहुत सारे अवैध कब्जे और निर्माण किए हों, लेकिन अंत में उसे सिर्फ कुछ गज जमीन की ही जरूरत पड़ी. मुख्तार को दफन करने के लिए कब्र लगभग 7 फीट लंबी और 7 फीट चौड़ी बनाई जा रही है. जिसमें लगभग साढ़े तीन फीट गहराई होगी.
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद पैतृक कस्बा मुहम्मदाबाद में सन्नाटा पसरा हुआ है. शोक में शुक्रवार को कस्बे में दुकानें व बाजार बंद रहीं. मुख्तार अंसारी का शव शाम 7 बजे तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है.मुख्तार अंसारी के परिवार की कब्रिस्तान काली बाग में कब्र की खोदाई की जा रही है. मुख्तार की कब्र अपने पिता और मां के समीप होगी.
शाम 7 बजे तक शव पहुंचने की संभावना
तकरीबन 425 किमी से अधिक बांदा की दूरी होने के कारण शव शाम 7 बजे के आस-पास पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है. सुबह डीएम आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह फाटक पर पहुंचे. पुलिस ने वाहनों को रोकने के लिए तहसील, केसरी मोड़, पावर हाउस रोड, फाटक के बगल में अंसारी स्कूल मार्ग पर बैरियर लगा दिया है. कस्बे में चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती की गई है.