Chhath Puja 2023: छठ पर्व यह त्यौहार कर्तिक पक्ष के षठी को मनाया जाता है. सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है. माना जाता है यह पर्व मैथिल, मगध और भोजपुरी लोगो का सबसे बड़ा पर्व है ये उनकी संस्कृति है. छठ पर्व बिहार मे बड़े धूम-धाम से मनाया जाता है.
यह एक हिन्दू त्योहार है. जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, विशेषकर पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा, और नेपाल में मनाया जाता है. यह पूजा सूर्य देवता और छठी मैया (छठ पूजा की प्रमुख देवी) की पूजा के लिए है, और इसे सूर्य षष्ठी भी कहा जाता है.
छठ पूजा का आयोजन छठी मैया के पूजा अर्थात् सूर्य पुत्री के प्रति भक्ति का एक तरीका है. छठ पूजा का आयोजन सूर्योदय और सूर्यास्त के समय होता है और इसमें व्रत, गीत, नृत्य, और अन्य पूजा अर्चना के रूप में विभिन्न रीतिरिवाज होते हैं.
छठ पूजा को अक्टूबर और नवम्बर के महीनों में मनाया जाता है जब गर्मी के दिनों की समाप्ति होती है और ठंडक आती है. यह त्योहार विशेष रूप से गंगा नदी के किनारे मनाया जाता है, जहां लोग गंगा स्नान करते हैं और पूजा का आयोजन करते हैं.
छठ पूजा का मुख्य उद्देश्य सूर्य देवता की पूजा करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना है और इससे विशेष रूप से मांगलिक परिस्थितियों, स्वास्थ्य, और परिवार की रक्षा की जाती है. छठ पूजा एक ऐसा अवसर है जो परिवारों को एक साथ लाकर एक-दूसरे के साथ मिलकर पूजा करने का अवसर देता है और सामाजिक समृद्धि और एकता को बढ़ावा देता है.
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