Ram Lalla Surya Tilak: बुधवार 17 मंगलवार को राम नवमी के अवसर पर अयोध्या मंदिर में भगवान राम लला की मूर्ती के माथे पर ‘सूर्य तिलक'(सूर्य की किरणों) से किया प्रकाशित किया गया. इस अवसर पर रामलला का विशेष श्रृंगार भी किया गया. आज का ये पर्व अयोध्या समेत पूरे देश के लिए खाफी खास है क्योंकि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहली रामनवमी है. कई सालों बाद ये अद्भुत मौका आया है. इस दौरान रामलला की विशेष पूजा-अर्चना की गई.
आज 500 साल के बाद अयोंध्या वासियों और देश के लिए इस खास अवसर आया है. इसे और आलौकिक बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमी तीर्थ इलाके ट्रस्ट ने श्री राम के सूर्याभिषेक का खास आयोजन किया गया है.
रूड़की के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार, नियोजित तिलक का आकार 58 मिमी है. उन्होंने कहा, माथे के केंद्र पर तिलक लगाने की सही अवधि लगभग तीन से साढ़े तीन मिनट थी, जिसमें दो मिनट पूर्ण रोशनी थी.