सोमवार को केन्द्र सरकार ने आखिरकार सीएए लागू कर दिया लेकिन इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी सियासी बवाल के बीच जन सुराज के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी टिप्पणी की है. पीके ने कहा कि जब CAA) और NRC आया था और लोगों पर तलवार लटकी थी तो किसने अपनी गर्दन बंगाल में जाकर फंसाई थी? बिहार का कौन वीर बंगाल में लड़ने गया था? पीके ने पूछा कि लालू यादव गए थे, तेजस्वी यादव गए थे, या फिर नीतीश कुमार गए थे? इन तीनों में कोई भी नहीं गया था कंधा लगाने, लेकिन मैं गया था। हम गए थे अपना कंधा लगाने अपनी गर्दन फंसाई थी. आज भाजपा बंगाल में जीत गई होती तो आप लोग अभी लाइन में खड़े होकर फॉर्म भर रहे होते. हमने भाजपा को हराया है. अगर बैलून में हवा हमने भरा है तो निकालेंगे भी हम ही आप लिखकर रख लीजिए. बीजेपी ने पूरी ताकत पश्चिम बंगाल में लगा दी पर फिर भी उन्हें नहीं जीतने दिए. आप जिनके साथ 30 साल से हैं आप मुझ पर तीन साल भरोसा कीजिए स्थिति बदल कर रख दूंगा।
प्रशांत किशोर यहीं नही रूके उन्होंने नीतीश कुमार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अगर लोगों को राजनीति की थोड़ी-बहुत समझ है, तो मैं आपको एक बात साफ़ कर देना चाहता हूं कि ये बिहार में गठबंधन बनाकर फिर से जनता को ठगने का उपाय कर रहे हैं. 2015 में बिहार के लोगों ने इनको वोट किया था 2017 में ये आदमी लोगों की आंखों में धूल झोंक कर भाग गया. आप बिहार के लोग फिर वोट कीजिएगा फिर ये आदमी आपको ठग कर भागेगा, लिखकर रख लीजिए. मैं उनके साथ रहा हूं मुझे उनसे ज्यादा कोई नहीं जानता.