महाकुंभ में भगदड़ हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच तीखी बयानबाजी जारी है. आज सदन में अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को उठाते हुए योगी सरकार पर तीखा हमला बोला. अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि, “अगर मैं झूठ बोल रहा हूं, तो अभी रिजाइन कर देता हूं. अखिलेश ने दावा किया कि हादसे में **शवों को जेसीबी से फेंका गया. उन्होंने सरकार पर मृतकों की संख्या छिपाने का आरोप लगाया.
योगी आदित्यनाथ का पलटवार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ‘हमने कभी 100 करोड़ श्रद्धालुओं की बात नहीं की, अखिलेश झूठ बोल रहे हैं. योगी के बयान के तुरंत बाद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया (X) पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें योगी आदित्यनाथ खुद 100 करोड़ श्रद्धालुओं की बात कहते नजर आ रहे हैं. अब इस मुद्दे पर सियासी संग्राम और तेज होता दिख रहा है.
दावे हैं दावों का क्या… pic.twitter.com/7P2Ji1OSUP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 4, 2025
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि, झूठ बोलनेवालों कि सबसे बड़ी पहचान ये होती है कि वो अपनी कमियों, अपनी ग़लतियों और अपनी असफलताओं के लिए किसी और को दोषी बताते हैं. आज सत्ताधारियों द्वारा महाकुंभ को लेकर जो बयानबाज़ी मीडिया के सामने की गयी है, वो उनकी कमज़ोरी का प्रतीक है. भाजपा सरकार में लोगों के बीच अपने को ‘झूठ का कुलपति’ साबित करने की होड़ लगी है.
झूठ बोलनेवालों कि सबसे बड़ी पहचान ये होती है कि वो अपनी कमियों, अपनी ग़लतियों और अपनी असफलताओं के लिए किसी और को दोषी बताते हैं।
आज सत्ताधारियों द्वारा महाकुंभ को लेकर जो बयानबाज़ी मीडिया के सामने की गयी है, वो उनकी कमज़ोरी का प्रतीक है। भाजपा सरकार में लोगों के बीच अपने को…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 4, 2025
आगे लिखा कि, ‘ इंजन और डिब्बों के बाद अब तो पहिये भी टकरा रहे हैं. ये बड़े-बड़े दावे तो करते हैं, पर वो दावे आख़िर में झूठ साबित होते हैं. ये समझ नहीं आता है कि जो भी बात ये अंदाज़े से करते हैं वो नकारात्मक ही क्यों होती है, क्या इसका कारण ये है कि वो स्वयं नकारात्मक हैं या उनके कामों के परिणाम नकारात्मक निकलते हैं। झूठ बोलनेवाले याद रखें कि जुमलों की उम्र बहुत ज़्यादा नहीं होती है.