यूपी के गाजियाबाद के हिंदी भवन में साहित्यकार और पत्रकार मृत्युंजय साधक कृत ग़ज़ल संग्रह ‘है दिल की बात’ का रविवार को एक शानदार साहित्यिक जलसे में लोकार्पण किया गया. इस मौके पर एक दिव्य कवि-सम्मेलन का आयोजन भी किया गया. इस बेहद ही खास कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री श्री बालेश्वर त्यागी ने की जबकि इसके मुख्य अतिथि रहे भारत एक्सप्रेस के सीएमडी श्री उपेन्द्र राय. अति विशिष्ट अतिथि के तौर पर वरिष्ठ साहित्यकार एवं संस्थापक गौर ग्रुप एवं साहित्य भूषण डॉ बी. एल. गौड़ ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई तो विशिष्ट अतिथि रहीं महाकवयित्री डॉ मधु चतुर्वेदी. कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कवयित्री डॉ अंजु सुमन साधक ने बेहद सधे अंदाज में किया. इस मौके पर भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के सीएमडी उपेन्द्र राय ने कहा-कवि मृत्युंजय साधक की पंक्ति -हर हृदय में इक कसकती पीर हूं, जोड़ दे जो सबको वही जंजीर हूं के जरिए सामाजिक समरसता का संदेश दे रहे हैं. मृत्युंजय साधक की सारी कविताएं दिल को छूने वाली हैं. इस दौरान अति विशिष्ट अतिथि साहित्य भूषण डॉ बी. एल. गौड़ ने कहा कि दुनिया में आप अगर कुछ लेना चाहते हैं, तो माता-पिता का आशीर्वाद लें. उन्होंने कहा कि मृत्युंजय की रचना बहुत अच्छी लगी. कार्यक्रम के अध्यक्ष बालेश्वर त्यागी ने ग़ज़ल संग्रह को काफी सराहा वहीं विशिष्ट अतिथि डॉ मधु चतुर्वेदी ने किताब में वर्णित विषयों का शानदार विश्लेषण किया जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए.
251 शख्सियत और 5 छात्रों को स्वर्गीया मालती देवी स्मृति सम्मान मिला
इस दिव्य साहित्यिक अनुष्ठान में विविध क्षेत्रों में कार्यरत 251 शख्सियत को सम्मानित किया गया. वहीं 5 प्रतिभावान छात्रों तनिषा पाल, अनुज, समीर, शालिनी और जुबैर को कवि और टीवी पत्रकार मृत्युंजय साधक की माता जी की स्मृति में स्वर्गीया मालती देवी सम्मान से नवाजा गया. जिसमें धनराशि, अंगवस्त्रम्, माला शामिल था.
बही कविताओं की रसधार
लोकार्पण कार्यक्रम के बाद कविता की रसधार बही…कवियों ने समाज में व्याप्त कुरीतियों पर वार किया वहीं नफरत हटाकर स्नेह की स्थापना की कविताओं के जरिये संदेश दिया. गाज़ियाबाद के लोहिया नगर के हिन्दी भवन में मौजूद इस कार्यक्रम में सभी साहित्यकार, सभी साहित्यप्रेमी, पत्रकार, समाज के गणमान्य श्रोतागण ने मशहूर कवियों और नवोदित कवियों की कृतियों का पूरा-पूरा आनंद लिया.