Train accident in Kanpur : यूपी के कानपुर से हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. जहां एक बार फिर से साजिश के तहत चलती ट्रेन को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया है. बता दें कि रविवार रात करीब 8:30 बजे प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे लाइन पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकराई थी. जिसके बाद करीब आधे घंटे तक ट्रेन खड़ी रही. कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को पलटाने की साजिश की जांच करने के लिए पुलिस और एटीएस की टीमें जुटी हैं. इस मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस की ओर से पांच टीमों का गठन किया गया है.
लोको पायलट ने बताया कि उसे ट्रैक पर कोई संदिग्ध चीज दिखाई दी जिसके बाद उसने ब्रेक मारी. लेकिन उसके बाद भी ट्रेन पर काबू नहीं किया जा सका और ट्रेन उस चीज से टकरा गई. जिसके बाद काफी तेज आवाज हुई. एक रिपोर्ट में लोको पायलट बताया कि इस घटना के बाद उसने ट्रेन को रोक दिया और गार्ड के साथ और अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दी..
मौके पर जांच की गई तो झाड़ियों में पुलिस को एलजीपी का एक सिलेंडर. मिठाई के डिब्बे में पेट्रोल की बोतल और बारूद के साथ ही माचिस जैसे कई घातक पदार्थ भी मिले. ट्रेन को आधा घंटा रोकने के बाद रवाना कर दिया गया. मौके पर पुलिस और फॉरेंसिक टीमों ने आकर जांच पड़ताल की गई और सभी संदिग्ध वस्तुओं को जांच के लिए भेज दिया गया.
इसकी आतंकी साजिश के चलते जांच शुरू कर दी गई है. मौके पर फोरेंसिक टीमें और डॉग स्क्वायड भी मौजूद है. वहीं इस घटना के बाद अपर पुलिस आयुक्त हरीश चंद्र ने बताया की कोई नुकसान नहीं हुआ. रेलवे लाइन शुरू कर ट्रेन को रवाना कर दिया गया है और संदिग्ध सामना को जब्त कर जांच की जा रही है. सभी पहलुओं पर बारीक नजर रखते हुए रेलवे टीम भी जांच कर रही है.
जानकारी के लिए बता दें कि कानपुर में इससे पहले भी कई बड़े रेल हादसे हो चुके हैं. नवंबर 2016 में कानपुर देहात के पुखरायां रेलवे स्टेशन के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी. इस हादसे में करीब 150 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. ये हादसा देश की बड़ी रेल दुर्घटनाओं में शामिल है. इसके बाद साल 2017 में औरैया के पास कैफियत एक्सप्रेस के डिब्बे डीरेल हुए थे. जिसमें 70 से ज्यादा यात्री घायल हुए थे.