Himachal: हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा के नतीजों के बाद शुक्रवार 29 फरवरी को बवाल शुरु थमने का नाम नहीं ले रहा है. पार्टी के 6 विधायक बागी हो गए. जिन्होंने भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया है. उसके बाद अब सुक्खू सरकार में शामिल वीरभंद्र के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था इस बीच अब खबर आ रही है कि विक्रमादित्य इस्तीफा वापस ले लिया है.
इस्तीफे पर खुद बोले विक्रमादित्य
हिमाचल प्रदेश के शिमला कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि, ”इस्तीफा वापस लेने और जब तक पर्यवेक्षकों की बातचीत और कार्रवाई पूरी न हो जाए, तब तक इस्तीफे पर जोर न देना, दोनों में अंतर है…हमने पर्यवेक्षकों से बात की है.” हमने उन्हें वर्तमान स्थिति के बारे में सूचित कर दिया है… जब तक कोई निर्णय नहीं हो जाता, मैं अपने इस्तीफे पर जोर नहीं दूंगा. अंतिम निर्णय आने वाले समय में लिया जाएग.”
#WATCH | Shimla, Himachal Pradesh: Congress leader Vikramaditya Singh says, "There is a difference between taking back the resignation and not pressing the resignation till the time the dialogue and the action of the observers is not complete… We have talked to the observers.… pic.twitter.com/NFVn5ZaKuL
— ANI (@ANI) February 28, 2024
कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने कही ये बात
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा वीरभद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ”आप सभी जानते हैं कि सरकार बनने के बाद कुछ चीजें ठीक नहीं चल रही थीं. हमने इसे सुलझाने के लिए पार्टी हाईकमान को इस बारे में सूचित किया था. एक साल से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन कोई निर्णय नहीं लिया गया है और जिसके कारण हमें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है और उन्होंने कहा है कि मैंने इस्तीफा दे दिया है, हालांकि मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार नहीं किया है. यह उन लोगों के लिए है जो आए हैं पर्यवेक्षकों. यह उन्हें तय करना है कि इसके बारे में क्या करना है… देखते हैं क्या होता है.”