Farmers Protest : किसान एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से आंदोलन कर रहे हैं. दिल्ली कूच के लिए निकले किसानों के पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया गया है, जहां किसानों ने डेरा डाल दिया है. इस दौरान किसानों और केंद्र सरकार के बीच तीन बैठक हो चुकी है. हालांकि इन बैठकों में बात नहीं बन पाई है.
वहीं आज रविवार 18 फरवरी को केंद्र-किसानों के बीच शाम को चंडीगढ़ में मीटिंग होनी है. यह चौथी बातचीत होगीं. अब देखना ये है कि किसान दिल्ली में कूच करेंगे या फिल घर के तरफ वापसी करेंगे. इस आंदोलन के दौरान अब तक एक किसान और सब इंस्पेक्टर की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है.
कहा जा रहा है कि पंजाब के किसानों समर्थन में हरियाणा के किसान भी आ गए हैं. भारतीय किसान यूनियन ने दोपहर में कुरुक्षेत्र में किसान-खाप पंचायत बुलाई है. यहां से हरियाणा में आंदोलन शुरू करने का घोषणा किया जाएगा. पीछले दिन शनिवार को किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार चाहे तो अध्यादेश लाकर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी दे सकती है.
जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली कूच से पहले किसान संगठनों को मनाने के लिए 8 फरवरी को चंडीगढ़ में 3 केंद्रीय मंत्रियों अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय से बैठक हुई. दूसरी मीटिंग 12 फरवरी को हुई. 15 फरवरी को चंडीगढ़ में किसान नेताओं की 3 केंद्रीय मंत्रियों के साथ तीसरे दौर की मीटिंग हुई. मीटिंग में पंजाब के सीएम भगवंत मान भी मौजूद थे.
उल्लेखनीय है कि किसान आंदोलन को देखते हुए हरियाणा के 7 जिलों अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में 19 फरवरी की रात 12 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेगी.