विदेश

रेसिपरोकल टैरिफ क्या है? भारत-अमेरिका व्यापार की नई जंग

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 26% रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की ऐलान कर दिया है. यह फैसला सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका असर भारतीय बाजार और आम लोगों की जेब पर भी देखने को मिलेगा. ऐसे में आइए जानते है इसे टैरिफ क्या है?

टैरिफ क्या होता है?

टैरिफ एक प्रकार का टैक्स (कर) होता है, जो किसी देश में आयात (import) होने वाले उत्पादों पर लगाया जाता है.
मकसद:

  • सरकार की आय (Revenue) बढ़ाना
  • देशी कंपनियों को विदेशी कंपनियों से बचाना
  • आयातित सामान महंगा करना, ताकि लोग लोकल ब्रांड्स को ज्यादा खरीदें

उदाहरण:
अगर चीन से ₹20,000 का मोबाइल आता है और सरकार 10% टैरिफ लगाती है, तो वह ₹22,000 में मिलेगा. इससे भारतीय कंपनियों के फोन ज्यादा किफायती लगेंगे.

रेसिप्रोकल टैरिफ क्या है?

जब एक देश दूसरे देश से आयात होने वाले सामान पर टैरिफ बढ़ाता है और जवाब में दूसरा देश भी ऐसा ही करता है, तो इसे रेसिप्रोकल टैरिफ कहते हैं.

भारत पहले से ही अमेरिका से आयात होने वाले सामान पर 52% तक का टैरिफ लगाता है। अब अमेरिका ने भी भारत पर 26% टैरिफ लगा दिया है.

AI: Image

इसका असर आम आदमी पर कैसे पड़ेगा?

  1. महंगाई बढ़ेगी

अगर अमेरिका से आयात होने वाले उत्पादों पर 26% टैक्स बढ़ेगा, तो उनकी कीमत भी बढ़ेगी.

🔹 उदाहरण: एक अमेरिकी लैपटॉप ₹1,00,000 में आता था. 26% टैरिफ लगने के बाद उसकी कीमत ₹1,26,000 हो जाएगी. यह अतिरिक्त पैसा ग्राहक को देना होगा.

  1. कार और ऑटो पार्ट्स महंगे होंगे

अमेरिका से आने वाली गाड़ियां और उनके पार्ट्स महंगे हो जाएंगे.

🔹उदाहरण: अगर पहले एक कार ₹30 लाख की थी, तो अब वह 26% टैक्स के साथ ₹37.8 लाख की हो सकती है.

  1. IT कंपनियों को नुकसान

भारत से अमेरिका को बड़ी संख्या में IT सेवाएं और सॉफ्टवेयर निर्यात होते हैं. अगर अमेरिका ज्यादा टैरिफ लगाता है, तो भारतीय IT कंपनियों को झटका लग सकता है.

  1. विदेशी ब्रांड्स होंगे महंगे

Apple, Levi’s, Ford जैसी अमेरिकी कंपनियों के उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं.

  1. डॉलर महंगा हो सकता है.

अगर व्यापार पर असर पड़ा, तो रुपये की कीमत गिर सकती है. इससे:
✅ विदेश में पढ़ाई महंगी होगी
✅ विदेश यात्रा पर ज्यादा खर्च आएगा
✅ ऑनलाइन शॉपिंग महंगी हो सकती है

AI: Image

भारत को फायदा होगा या नुकसान?

❌ नुकसान:

  • अमेरिकी उत्पाद महंगे होंगे, जिससे ग्राहक प्रभावित होंगे.
  • कुछ सेक्टर्स में रोजगार पर असर पड़ सकता है.
  • अमेरिका अगर और जवाबी कार्रवाई करता है, तो भारतीय कंपनियों को घाटा हो सकता है.

✅ फायदा:

  • भारतीय कंपनियों के लिए नया मौका बन सकता है.
  • लोकल प्रोडक्ट्स की बिक्री बढ़ सकती है.
  • भारत को अपनी निर्यात नीति मजबूत करने का अवसर मिलेगा.
Sagar Dwivedi

Recent Posts

New Session Starts : आर्यभट्ट पब्लिक स्कूल के जूनियर सेक्शन के नए सत्र का शानदार आग़ाज़

New Session Starts : बिहार का भागलपुर आधुनिक शिक्षा का हमेशा से एक गढ़ रहा…

6 days ago

IPL 2025: क्या 5 अप्रैल 2025 की तारीख भी 15 अगस्त 2020 की तरह हमेशा क्रिकेट फैंस के दिल में बस जाएगी?

IPL 2025: क्या 15 अगस्त 2020 की तरह 5 अप्रैल 2025 भी भारतीय क्रिकेट फैंस…

1 week ago

मणिपुर हिंसा अब तक क्या-क्या हुआ, गृहमंत्री ने आधी रात संसद में क्या बताया?

​मणिपुर में मई 2023 से जातीय हिंसा की घटनाएं हो रही हैं, जिनमें मुख्य रूप…

1 week ago

Waqf Bill : वक्फ संशोधन बिल को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में अब तक क्या-क्या हुआ?

​ Waqf Bill : वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को हाल ही में भारतीय संसद के…

1 week ago

Waqf Bill News : 12 घंटे की चर्चा के बाद लोकसभा में वक्फ बिल हुआ पास

Waqf Bill News : वक्फ संशोधन बिल 2 अप्रैल 2025 बुधवार को लोकसभा में पास…

2 weeks ago

This website uses cookies.